जिस तरह से गाज़ीपुर डीएम का व्यवहार मुख्तार अंसारी के जनाजे के समय था यह साफ नजर आ रहा था कि उनके ऊपर कितना दबाव है डीएम और अफजाल अंसारी की बहस भी हुई डीएम ने कहा की वीडियो ग्राफी हो रही है जांच करके मुकदमा दर्ज होगा यह एक तरीके की धमकी थीं। इस विषय में उत्तर प्रदेश के गणमान्य व्यक्तियों से बातचीत हो रही है उनमें से आईजी रहे सुल्तान सिंह ने सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा नहीं तो शक मन में रहेगा।
पत्रकार ने एक बात और कहीं कि मुख्तार की बृजेश सिंह पर गवाही थी। तो इस घटना को इस नजरिए से भी देखा जा रहा है लग रहा है सरकार को यह भी चिंता होगी कि
मुख्तार अंसारी के निधन को सरकार के ऊपर भी शक किया जाएगा इसलिए सीबीआई जांच भी होनी चाहिए उनके बेटे ने कहा हम कोर्ट में जाएंगे अब आने वाला वक्त बताएगा की कहां और कैसा माहौल बनेगा। अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी का निधन और जिस तरीके से हुआ सरकार व प्रशासन के विरुद्ध उंगली खड़ी करता है इन दोनों का रिकॉर्ड माफिया व बाहुबली का था परंतु साथ में केजरीवाल और हेमंत सोरेन जो की जेल में बंद है कि भी बातें शुरू हो गई है। कहने वाले तो कह रहे हैं कि बीजेपी अपने विरोधियों के साथ ऐसा ही बर्ताव करेगी। इसलिए सीबीआई जांच की मांग कहीं ना कहीं सरकार को निष्पक्ष साबित कर देगी।
अंत में यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर कोई बुरा करता है इंसानियत को शर्मसार करता है तो ऊपर की शक्ति इंसाफ करती है परंतु बदनामी गलत है और वह बदनामी का दाग सरकार को मिटाना चाहिए। गाज़ीपुर डीएम का जनाजे के समय का व्यवहार और परमिशन लेने की बात यह दर्शाती थी कि या तो वह कानून को जानती नहीं या उनके ऊपर दबाव है इसीलिए सरकार को अपना पक्ष रखना चाहिए।
जय हिंद।
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