क्या चाहती है पंजाब की पब्लिक
48 घंटे की पैरोल के दौरान सरसा डेरा मुखी रामरहीम शाम 6 बजे बाहर आये और उसी दौरान गुरुद्वारा में किसी व्यक्ति द्वारा अरदास की जाती है राम रहीम की रिहाई के लिए | बताया जा रहा है की पंजाब में अब मजबी सिक्ख मुख्यमंत्री होना चाहिए
इसी बीच सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति द्वारा कहा जाता है की गुरुग्रंथ साहब जी की बेयदबी को रोकने के लिए जो टीम बने गयी थी वह टीम सोनारीय जेल के गेट पर गयी लेकिन उनको सुरक्षा द्रष्टि की बात कहकर उनको वापस भेज दिया गया
उसके बाद खबर आती है की रोहतक पी.जी .आई में 3 दिन के लिए रामरहीम को भर्ती किया गया | 21 घंटे बाद टीम को इस लिए वापस भेज दिया गया क्योकि रामरहीम के भक्त पी. जी .आई के बहर इकठ्ठे होने लगे थे
और उनकी जांच रिपोर्ट सही निकलने के बाद ही उन्हें 21 घंटे बाद वापस जेल में भेजा गया | उस से 2 दिन बाद रामरहीम ने अपनी बीमार माँ को देखने की अपील की | और उसे 48घंटे की पैरोल मिल गयी |
विजय शापला बीजेपी के मुख्य उन्होंने कहा अगर मजबी सिक्ख के मुख्यमंत्री बनने की अपील की गयी है तो इसमें को बुराई नहीं है लेकिन कुछ सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है की रामरहीम के नाम पर दलित काण्ड खेल कर पंजाब की राजनीति सक्रिय होना चाहती है
कही न कही कुछ पार्टीया रामरहीम का नाम प्रयोग करती है हमारी रिपोर्ट न तो किसी पार्टी के खिलाफ है और न ही किसी व्यक्ति के खिलाफ है , पर रामरहीम जैसा व्यक्ति जिस पर बलत्कार , अपहरण , और मर्डर जैसे कई केश है ,
अगर रामरहीम का साथ लेकर कोई भी पार्टी कुछ भी करती है यह फिर दंगे कराती है तो उस से पंजाब का माहौल और खराब होगा जो की सही नहीं है क्योकि पहले से ही पंजाब की जनता किसान आन्दोलन और कोरोना को लेकर परेशान है |
जीतेन्द्र पन्नू जिनका प्राइम एशिया एक चैनल है यू ट्यूब पर वह अपनी अपडेट देते है अपने विचार रखते है और अपने आस -पास जो घटना होती है उसका विश्लेषण करते है उन्होंने भी इस सरे घटनाक्रम पर ऊँगली उठाई है और भी बहुत से लोग है जिन्होंने इस कार्य पर ऊँगल उठाई है |
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